माता लक्ष्मी धन सम्पदा और सम्पन्नता की देवी होती हैं |
कनकधारा स्तोत्र माता लक्ष्मी की बड़ी सुन्दर हृदयस्पर्शी स्तुति है|
एक प्रसंग के अनुसार भगवान शंकराचार्य जी ने एक वृद्ध महिला की दरिद्रता दूर करने के लिए इसी शक्तिशाली स्तोत्र के पाठ प्रभाव से स्वर्ण वर्षा कराई थी| श्रद्धा विश्वास पूर्वक किये गए इस स्तोत्र के पाठ प्रभाव से कार्य व्यापर में बरकत होती है, साधक का विवेक आर्थिक उन्नति के विचारों को ग्रहण करके समृद्धि के मार्ग को प्राप्त करता है और जल्द ही आर्थिक हानि या ऋण से उबरने लगता है| अत्यंत परिश्रम के बाद भी अगर घर से दरिद्रता और आर्थिक अवनति दूर न हो रही हो तो कनकधारा का मासिक पाठ श्रद्धापूर्वक शुक्रवार की शाम से प्रारम्भ करना चाहिए|
ऐसा अनुभूत किया गया है ग्रहणकाल में इस स्तोत्र को सिद्ध कर नित्य पाठ करने से पीढ़ी दर पीढ़ी से चली आ रही दरिद्रता तक नष्ट हो जाती है|