दरअसल मान्यता है कि पूजा पाठ या मंदिर में प्रवेश के दौरान घंटी बजाने से पूजा परिवेश में दैवीय चेतना का प्रसार होता है और घंटी से उत्पन्न नाद की तरंगें पूजा स्थल की नकारात्मक ऊर्जा का नाश करती है। हालांकि इसके पिछे वैज्ञानिक कारण भी है, जिसकी चर्चा आज हम करने जा रहे हैं।
वैज्ञानिकों के अनुसार कहा जाता है कि जब घंटी बजाई जाती है तो वातावरण में विशेष प्रकार का कंपन होता है, यह कंपन वायुमंडल के कारण काफी दूर तक जाता है, जिसका फायदा यह है कि इसके क्षेत्र में आने वाले सभी जीवाणु, विषाणु और सूक्ष्म जीव आदि नष्ट हो जाते हैं, जिससे आसपास का वातावरण शुद्ध हो जाता है। यही कारण है कि लोग अपने घरों के दरवाजों और खिड़कियों पर भी विंड चाइम्स का प्रयोग करते हैं,